नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया
आगामी नगरीय निकाय चुनाव के लिए वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया सुबह 11 बजे से शहीद स्मारक भवन में होगी। मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के साथ ही तय हो गया है कि 2025 में होने वाले रायपुर नगर निगम चुनाव में 11.18 लाख मतदाता अपनी शहर सरकार चुनेंगे। 2019 में हुए पिछले निगम चुनाव में 8.96 लाख वोटर्स थे। पांच साल में 2.22 लाख यानी करीब 25 प्रतिशत मतदाता बढ़ गए हैं। वोटरों की बढ़ी संख्या से चुनावी मुकाबला पहले से अधिक कठिन हो गया है। परिसीमन और आरक्षण प्रक्रिया के बाद कई वार्डों के समीकरण बदलने की संभावना है। जानकारों का कहना है कि प्रत्येक वार्ड में औसतन 3176 वोटरों की वृद्धि हुई है। ऐसे में प्रत्याशियों को जीत सुनिश्चित करने के लिए अधिक मेहनत करनी होगी। इस बार रायपुर नगर निगम में महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। यानी मतदाता अपने वार्ड पार्षद के साथ-साथ सीधे महापौर का भी चयन करेंगे। यह प्रक्रिया 20 दिसंबर तक पूरी हो जाएगी, जिसके बाद आचार संहिता लागू होने की संभावना है। राज्य निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया, जिसमें दावा-आपत्तियों के बाद 11.18 लाख मतदाताओं की पुष्टि की गई। परिसीमन और मतदाताओं की बढ़ती संख्या ने प्रत्याशियों के लिए चुनौती बढ़ा दी है।