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लगभग 10 वर्षो से मलाईदार कुर्सी में बैठें नवीन केशरी पर कार्यवाही करने में असमर्थ उप संचालक कृषि, खबर नहीं लगाने दिलवा रहे सामाजिक एवं पारिवारिक दबाव…

Feb 28, 2024

सरगुजा समय अंबिकापुर :- कृषि विभाग अंबिकापुर में गजब का मिलीभगत हैं यहाँ उप संचालक कृषि के अधीनस्थ काम करने वाले कई अधिकारिओं का बल्ले- बल्ले होना माना जा सकता हैं अंबिकापुर के उप संचालक कृषि पीताम्बर सिंह दीवान के अधीनस्थ एक से एक भ्रस्ट एवं रिश्वतखोर अधिकारीयों का भरमार हैं.

जैसा की हमनें आपको पहले भी बताया था की ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्रीमान नवीन केसरी अपनी दबंगई अक्सर दिखाते नजर आते रहते हैं अपने भ्रस्टाचारी वाले नियत से सर्वप्रथम शासन की योजनाओं में घोल मोल करके अपने आकाओं के साथ मिलकर अवैध कमाए गए रकम की बंदरबाट कर लेते हैं उसके बाद जब मामला अख़बार में छापा जाता हैं तो अख़बार एवं पोर्टल के संपादक के ऊपर पारिवारिक एवं सामाजिक दबाव बनाने का असफल प्रयास किया जाता हैं और कार्यालय में अपने दबंगई का गुणगान करते नजर आते रहते हैं, जिससे यह स्पष्ट रूप से माना जा सकता हैं की महोदय अपने आला अफसरों से लेकर नेता मंत्रीओं तक की जी हुजूरी जम कर कर लेते हैं.

मिली जानकारी के अनुसार कृषि विभाग में भ्रष्टाचार करने की होड़ में श्रीमान नवीन केसरी अव्वल दर्जा लगभग – लगभग हमेशा हासिल किये ही रहते हैं, श्रीमान नवीन केसरी जी की भ्रष्टाचारी वाली नियत की अगर बात की जाये तो यह महोदय विगत 10 वर्षो से भी अधिक समय से एक ही जगह अंगद की तरह पैर जमाए बैठें हैं अब इन भ्रष्टाचारी अधिकारी के द्वारा शासन की तमाम जनहित वाली योजनाओं को चपत लगाने के बाद भी इन पर आला अधिकारीयों की मेहरबानी क्यों हैं यह तो अधिकारी ही जाने.

अगर हमारे अनुसार आला अफसरों के विचारों की बात करें तो हो सकता हैं की विभाग के आला अफसरों के नजरिये से ये नवीन केसरी जैसा काबिल भ्रष्टाचारी व्यक्ति नजर नहीं आया होगा जो अपने कड़ी लगन एवं मेहनत से शासन योजनाओं में जम कर चपत लगाकर हितग्राहियों को मिलने वाले लाभ से वंचित कर किये गए भ्रष्टाचार के माध्यम से प्राप्त मोटी रकम का बंदरबाट पूरी ईमानदारी से कर सके इस कारण इन श्रीमान को इस कार्यालय में वर्षो से फेविकोल की जोड़ की तरह मलाईदार कुर्सी से जोड़ कर रखा गया हैं.

विशेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीमान नवीन केसरी जी एकमात्र ऐसे अव्वल काबिल भ्रष्टाचारी अधिकारी हैं जिनके पास केंद्रीय एवं राज्य सरकार से कई महत्वपूर्ण योजनाओं का दायित्व इनके पास हैं और मजाल हैं की महोदय के पास से एक भी योजनाओं को अन्य किसी अधिकारी को दे दिया जाये कई महत्पूर्ण योजनाओं को सम्हालने वाले अधिकारी नवीन केसरी के पास से हटाना तो दूर सिर्फ बात करने से ही श्रीमान के पाँव के निचे से जमीन खसकने लगती हैं इस कारण यहाँ के आला अफसर इनसे कोई योजनाओं को अलग नहीं कर पा रहे हैं.

सरगुजा समय के द्वारा उप संचालक कृषि के अधीनस्थ एक रिश्वतखोर अधिकारी का प्रथमिकता से खबर एवं वीडियों लगाया गया था जिसमे रिश्वत लेने का वीडियों भी था उसके बाद विभाग ने उक्त खबर को संज्ञान में लेते हुए सम्बंधित घूसखोर अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था और अभी उन महोदय पर अभी विभागीय जाँच चालू हैं इस तरह के मामले में खबर लगाने के बाद घूसखोर अधिकारी द्वारा लगभग लगभग सैकड़ों लोगों से खबर नहीं लगाने के लिए सरगुजा समय के पोर्टल एवं संपादक पर दबाव बनवाया गया परन्तु सरगुजा समय ने प्राथमिकता से खबर का प्रकाशन किया जाता रहा गया अब श्रीमान नवीन केसरी द्वारा भी सामाजिक एवं पारिवारिक दबाव बनवा कर विभाग में खुद अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने का प्रयास किया जा रहा हैं परन्तु इससे यहाँ कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.