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सीबीआई एवं क्राइम ब्रांच से बोल रहा हु आपका बेटा या बेटी को हमनें किया हैं गिरफ्तार, तो हो जाए सावधान

शुभांकुर पाण्डेय प्रधान संपादक :- साइबर ठगों पर विश्लेषण एवं बचाव

आजकल दिन प्रतिदिन आम जनों के मोबाईल में फर्जी कॉल आते रहते हैं यह सिलिसीला बहुत ही लम्बे समय से चलता आ रहा हैं यह मामला गरीब तबके से लेकर बड़े-  बड़े बिजनेसमैन डॉक्टर नेता मंत्री तमाम  वर्ग के लोग इस तरह के चंगुल में फ़साने वाले कॉल जाल में फस चुके हैं और लाखों रूपए गवां बैठें हैं।इस लिए आपकी थोड़े सी सावधानी आपको इन फर्जी कॉलर से बचा सकता हैं जिससे आप आर्थिक छती होने से बच जायेंगे।

कहते हैं की सुविधाएं जैसे- जैसे बढ़ती जाती हैं मुसीबतों का सामना वैसे- वैसे हर वर्ग के लोगों को करना पड़ता हैं उसी क्रम में यह मोबाईल फोन की सुविधा हैं जो हैं तो बड़े काम की लेकिन इसके गैर जिम्मेदारी तरीके से उपयोग करने एवं लापरवाही बरतने के कारण लाखों करोड़ों रूपए का चपत लग जाता हैं.

मोबाईल में फेक कॉल करके पैसा कमाने की तादात दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं एवं इनके द्वारा नए- नए तरीकों को अपने उपयोग में लाया जा रहा हैं जिसके जाल में आम जनता से लेकर नेता मंत्री, व्यापारी, सभी वर्ग के लोग हैं पहले इनके कॉल यह बोल कर आते थें की हम इस बैंक से बोल रहे हैं आपका अकाउंट बंद हो जायेगा, आपका एटीएम एक्सपायर हो गया हैं, आपका सिम बंद हो जायेगा, आप इस लिंक में क्लिक करो और जॉब पाओ, इस साईट में जाए और अपने निजी स्थान में शो रूम खोले, वगैरह- वगैरह करके बहुत सारे बहाने बना कर आपको ठगी का शिकार बना लिया जाता हैं.

ऊपर में बताये गए तमाम बहाने तो अभी भी इन ठगों के लिए काफ़ी कारगर हैं लेकिन इनके द्वारा अब लागातार नए -नए पैतरे अपनाये जा रहे हैं जिससे कमजोर आदमी दहशत में आ कर इन ठगों के जाल में फस कर लाखों रूपए गवां देता है या देगा या फिर यह भी हो सकता हैं की अपनी जीवन भर की जमा पूंजी से हाथ धो बैठें.

इन ठगों द्वारा नया पैतरा यह हैं की हम सीबीआई से बोल रहे हैं

इन ठगों के द्वारा अब नया पैतरा आजमाया जाने लगा हैं की हम सीबीआई एवं क्राइम ब्रांच से बोल रहे हैं आपका बेटा, बेटी, पति, पत्नी, भाई मतलब की किसी भी आपके परिवार का नाम लेकर बताया जायेगा की आपके परिवार के इस सदस्य को गिरफ्तार किया हैं जिसमे साइबर ठगों द्वारा आरोप भी बताया जाता हैं की उक्त व्यक्ति चोरी, मारपीट, बलात्कार, मॅडर जैसे कई संगीन आरोप कारित करना बताया जाता हैं फोन करने वाले ठगों के द्वारा गाली गलौच से लेकर धमकी चमकी हर प्रकार का हथकडा आपसे पैसा ऐठने के लिए अपनाया जा सकता है लेकिन इन ठगों के चक्कर में तनिक भी नहीं पड़ना हैं थोड़ी सी सावधानी आपको इन साइबर ठगों से बचा सकती हैं.

आपका बेटा बेटी या परिवार के किसी भी सदस्य का एक्सीडेंट हो गया हैं बात करने में असहमर्थ हैं :-   इन साइबर ठगों के द्वारा आपको फोन करके यह भी बताया जायेगा जिसमे आपके परिजनों का मतलब परिवार के किसी भी सदस्य का नाम हो सकता हैं की उसका एक्सीडेंट हो गया हैं मै हॉस्पिटल से डॉक्टर बोल रहा हु इलाज जारी हैं आगे के ईलाज के लिए पैसे डालिये तब आगे ईलाज हो पायेगा अन्यथा उसको कही और रिफर किया जायेगा इस तरह के फोन कॉल से डरने की जगह आराम से काम ले अपने परिजनों से संपर्क करें, कई बार इस तरह के मामले में सम्बंधित का फोन ना भी लगे तो घबराना नहीं हैं अपने परिवार के अन्य सदस्यो से मामले की पूरी जानकारी ले तब जा कर किसी निर्णय में पहुचे तत्काल घबराहट में पैसा ट्रांसफर ना करें.

आपके एवं आपके परिजनों का रहता हैं डाटा इस लिए साइबर ठग के द्वारा आपके परिजनों का सही- सही नाम भी बता दे तो भी घबराइए मत :– अक्सर ऐसा होता हैं की फोन करने वाला साइबर ठग आपको फोन करके आपके एवं आपके परिजनों का नाम सही सही बता देता हैं जिससे की अपने परिवार के लोगों का नाम सुनते ही उनके मुसीबत में पड़ने की बात सुनकर तत्काल साइबर ठग के आगोस में आ जाते हैं उसके बाद वह मनमर्जी पैसा उगाही करता हैं इस हिसाब से अपने परिजनों का नाम सुनकर भी घबराये नहीं पहले जाँच पड़ताल कर ले उसके बाद स्वविवेक से काम करें.

कौन देता हैं इन ठगों को डेटा :- अधिकांश लोगों के मन में यह विचार आता ही हैं की हमारा मोबाईल नंबर मेरे घर का नंबर मेरे परिवार वालों का नाम पता यह सब साइबर ठग को कैसे पता हैं तो जहाँ तक मेरा विचार हैं की आज के हाई टेक – हाई प्रोफ़ाइल ज़माने में कोई किसी से पीछे नहीं रहना चाहता सोसल मीडिया से लेकर हर फिल्ड में अलग ख्याति पाने का नाम बनाने का सरल रास्ते से आसानी से पैसा कमाने इस तरह की होड़ सी मची हुई हाई जिसके लिए मार्केट में तमाम ऐसे एपलिकेशन है जिसे सिर्फ इनस्टॉल कर लिया जाता है. मार्केट में उपलब्ध तमाम प्रकार के ऐप जो की यूजर द्वारा बेकाम के इनस्टॉल कर लिया जाता है और अपने फोन का पूरा ऐसेस दे दीया जाता है जिससे ऐप इनस्टॉल करते समय हर सवाल पे यूजर द्वारा अलाउ अलाउ कर दीया जाता है जिससे यूजर के फोन का तमाम डाटा बड़े आसानी से ठग गिरोह के पास पहुंच सकता है. वैसे भी सूत्रों की माने तो आपके निजी डेटा का खरीद फरोक्त ऊंचे दामों में बड़े आसानी से किया जाता है.

आधी से अधिक जानकारी हम खुद दे डालते है :- इन ठगों को आधी से अधिक जानकारी हम अपने साथ साथ अपने पुरे परिवार की जानकारी दे डालते है क्योंकि सोसल मीडिया का जमाना है उसमे हर कोई आगे रहना चाहता है इस होड़ में हम अपनी निजी जानकारी इन साइबर ठगों को दे डालते है जैसे एक छोटा सा उदाहरण मानते है फेसबुक को जिसमे हम अपने जन्मदिन से लेकर निक नेम, प्राथमिक स्कुल शिक्षा से  कॉलेज डिग्री, उसके बाद प्रोफ़ेसन, शादी विवाह, धर्मपत्नी का नाम बच्चों का नाम भाई बहन का नाम सुबह के चाय नास्ता से लेकर रात के सोने तक का पूरा कार्यक्रम फेसबुक इंस्टाग्राम में चलता रहता है सभी डेटा तो हम खुद ही अपलोड कर देते है और बाद में इन साइबर ठग गिरोह के शिकार हो जाते है.

इन तमाम प्रकार के ठगों से बचाने का सबसे बड़ा हथियार है की अपने मोबाइल में कम से कम सिर्फ जरुरत के ऐप रखे ऐप इनस्टॉल करते समय अपने मोबाईल के हर ऐसेस को अलाउ ना करें और फर्जी कॉल को पहचानने का प्रयास करें जल्द किसी के बहकावे में ना आए जाँच पड़ताल कर वैसे का लेनदेन करें।