• Thu. Apr 24th, 2025

दयानिधि हॉस्पिटल पर नोडल अधिकारी की विशेष मेहरबानी नर्सिंग होम एक्ट का पालन करवाने वाले के स्वयं के हॉस्पिटल में जम कर उड़ाई जा रही नियमों की धज्जियाँ……..

Mar 28, 2025

सरगुजा समय अंबिकापुर :- अंबिकापुर शहर में निजी हॉस्पिटल की अगर बात की जाती हैं तों सर्वप्रथम निजी हॉस्पिटल संचालक के द्वारा मासूम ग्रामीणों का दोहन करने का मामला सामने आता हैं जिस पर लगाम लगाने एवं कार्यवाही करने की जवाबदारी सम्बंधित विभाग की होती हैं परंतु अगर बात की जाए वर्तमान की तों अब अंबिकापुर में यह कार्यवाही एक विशेष निजी अस्पताल में थम गया हैं यहाँ पर तमाम नियमों कों स्थिल करते हुए जम कर नर्सिंग होम एक्ट का उलंघन किया जा रहा हैं।


एक पुरानी कहावत हैं की जब सैया भय कोतवाल तों डर काहे का ठीक इसी कहावत कों चरितार्थ करते हुए अंबिकापुर कन्या परिसर रोड़ में स्थित दयानिधि हॉस्पिटल का हैं क्योंकि की यहाँ तमाम प्रकार की कमियों के बावजूद भी बेखौफ होकर धड़ल्ले से निजी अस्पताल का संचालन किया जा रहा हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की अंबिकापुर शहर में ऐसा पहला मामला नहीं हैं की शासकीय हॉस्पिटल में अपनी नौकरी पकाने वाले डॉक्टर पूरी ईमानदारी के साथ शासकीय हॉस्पिटल से ज्यादा निजी हॉस्पिटल में अपनी सेवा देते हैं खैर सेवा देने का मुद्धा भी तगड़ा रहता हैं शासन से तों बतौर सैलरी हर माह लाखों रुपय प्राप्त हो ही जाते हैं फिर चाहे मरीज देखें या ना देखें उसके बाद निजी हॉस्पिटल में अलग से मोटी रकम कमाने का अवसर प्राप्त होता हैं फिर भले मासूम मरीजों की जान जाती हैं तों जाए।

विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दयानिधि हॉस्पिटल में मरीजों कों माल ऊपर निचे लें जाने वाले लिफ्ट से उन्हें भी ऊपर के जाने का कार्य किया जाता हैं तमाम प्रकार की सुविधाओं से वंचित दयानिधि हॉस्पिटल सम्बंधित विभाग की मेहरबानी जम कर बरस रही हैं जिसका मुख्य कारण हैं नर्सिंग होम एक्ट का पालन करवाने वाले अधिकारी जिसके कारण यह अस्पताल धड़ल्ले से नियम विरुद्ध तरीके से संचालित हो रहा हैं।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जो नर्सिंग होम एक्ट के नोडल अधिकारी हैं उन्ही की धर्मपत्नी के नाम से यह निजी अस्पताल संचालित हैं जिसका मुख्य कारण यही माना जा सकता हैं की इस हॉस्पिटल पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही।

अत्यंत गंभीर रूप से विचारणीय बात यह हैं की डॉक्टर संदीप त्रिपाठी जिसकी धर्मपत्नी के नाम से स्वयं निजी हॉस्पिटल संचालित हैं वह व्यक्ति जिला में नर्सिंग होम एक्ट का नोडल अधिकारी बन जम कर नियमों के पालन करवाने के नाम पर मोटी रकम उगाही कर रहा हैं और सम्बंधित आला अफसर इस बात कों गंभीरता से नहीं लें रहे की जिस हॉस्पिटल कों नोडल अधिकारी की धर्मपत्नी चला रही हैं वहां नियमों की धज्जियाँ बखूबी उड़ाई जा रही हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की हमें जो खबर अपने सूत्रों के हवाले से प्राप्त हुई हैं उससे यह कहना गलत नहीं होगा की उक्त निजी अस्पताल का विवादों से पुराना नाता हैं पूर्व में भी एक मामला प्रकाश में आया था की सम्बंधित हॉस्पिटल में गरीब मरीज कों आधा ईलाज करके जम कर पैसा उगाही किया गया था उसके बाद गरीब मरीज वहां से अपना जान बच्चा कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती हुआ था जहाँ सम्बंधित डॉक्टर के द्वारा मरीज कों डराने धमकाने एवं थाना में अपराध पंजीबद्ध करवाने एवं मिडियाकर्मियों से हुज्जतबाजी करते हुए कैमरा छीनने का भी प्रयास किया गया था जिससे यह बात समझा और देखा जा सकता हैं की इस डॉक्टर कों अपने नोडल अधिकारी होने का कितना गुमान हैं और कैसे समस्त नियमों कों ताक पर रख कर नियमविरुद्ध तरीके से हॉस्पिटल संचालित किया जा रहा हैं।


सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह बात भी समने आई हैं की नर्सिंग होम एक्ट के नोडल अधिकारी बनने के बाद डॉक्टर संदीप त्रिपाठी द्वारा अन्य निजी हॉस्पिटलों में नियम क़ानून के नाम पर अवैध उगाही एवं कार्यवाही की धमकी देने के अंदाज में चाबुक चलाया जाता हैं जिससे अन्य निजी अस्पताल के संचालक अत्यंत भयभीत एवं  अवैध उगाही से परेशान हैं, मामला तों यहाँ तक आया हैं की नोडल अधिकारी द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में विभागीय स्टॉफ कों अपने निजी हॉस्पिटल में मरीज भेजनें के लिए दबाव बनाया जाता हैं अगर कोई स्टॉफ वहां मरीज नहीं भेजता तों उसके ऊपर कार्यवाही का हंटर चलना तय माना जाता हैं।

नर्सिंग होम एक्ट के नोडल अधिकारी संदीप त्रिपाठी के द्वारा ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डाक्टरों कों पनपने का सुनहरा अवसर दिया जा रहा हैं जिसका मुख्य उद्देश्य हैं की अधिक से अधिक ग्रामीणों कों ईलाज के लिए उनके निजी हॉस्पिटल दयानिधि में भेजे जहाँ मरीजों के साथ तनिक भी दया भाव नहीं रखा जाता और ईलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करके मरीज कों रेफर कर दिया जाता हैं।

अब देखने वाली बात यह हैं की सरगुजा संभाग के सबसे बड़े जिला हॉस्पिटल में CMHO महोदय नोडल अधिकारी पर अपनी मेहरबानी बनाय रखते हैं या फिर किसी अन्य कों नर्सिंग होम एक्ट का नोडल बनाया जायेगा जिससे ईमानदारी पूर्वक निजी अस्पतालों की मनमानी एवं मरीजों से उगाही बंद हो पायेगी।

अगर आप भी रहना चाहते है अपने आस पास की खबरों से अपडेट तो सरगुजा समय ग्रुप में नीचे दिए लिंक में क्लिक कर के जुड़ सकते है👇👇
Follow this link to join my WhatsApp group: https://chat.whatsapp.com/IlmiehDSy3DJVTK5Zl1dnL
सरगुजा समय के यूट्यूब चैनल से जुड़ने के लिए निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: https://youtube.com/@user-kf7nt6iw7z
सरगुजा समय के डेलीहंट प्रोफ़ाइल में ज्वाइन कर के तत्काल सभी खबरों से रहे अपडेट: https://profile.dailyhunt.in/shubhan1804697051650
सरगुजा समय के व्हाट्सप्प चैनल से जुड़ने के लिए: https://whatsapp.com/channel/0029VaXyfh93QxS44HIwSq0z

अन्य