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हे भगवान यहाँ असुविधा का अम्बार कलेक्टर कर रहे दुरस्त ग्रामों का दौरा खुद के कैम्पस में बने ई-सेवा केंद्र का नहीं रहा ध्यान, बन सकता हैं कर्मचारियों एवं आम नागरिकों के लिए मौत का सबब….

Jul 13, 2024

सरगुजा समय अंबिकापुर :- एक पुरानी कहावत हैं की अगर पुरे मोहल्ले में खरपतवार जाग जाए तों उसे उखाड़ने की शुरुवात अपने स्वयं के घर से करनी चाहिए परन्तु सरगुजा जिला में ऐसा कुछ होता नहीं दिख रहा हैं।

सरगुजा में कलेक्टर विलास भोस्कर के आने के बाद जहाँ भू माफियाओं में काफ़ी भय उत्पन्न हुआ हैं यह बात तों सच लगता हैं परन्तु कब तक इसका अंदाजा नहीं. लेकिन कलेक्टर महोदय का अन्य विभागों में इनका ध्यान शायद नहीं पहुंच पा रहा हैं यही कारण होगा की इनके कैम्पस में बने ई – सेवा केंद्र जहाँ पर हजारों की संख्या में पहुंचने वाले आम नागरिकों के समस्याओं की पूर्ति की जाती हैं यहाँ अनेक प्रकार के कार्य किये जाते हैं जहाँ ई सेवा, रेलवे टिकट, ई स्टाम्प जैसे कई अन्य कार्य किये जाते हैं जिसकी वजह से यहाँ हजारों की संख्या में लोगों का आना जाना लगा रहता हैं.

पंखे के माध्यम से करंट फैलने का भय

मिली जानकारी के अनुसार बता दें की इस भवन जिसमे ई-  सेवा का कार्य किया जाता हैं कई कर्मचारी यहाँ अपनी जान कों जोखिम में डाल कर कार्य कर रहे हैं और कई आम नागरिकों पर भी इसी तरह का खतरा मंडरा रहा हैं लेकिन इस तरह के भयानक असुविधा के तरफ ध्यान देने वाला कोई नहीं हैं ऐसा प्रतीत हो रहा हैं कलेक्टर के कार्य की वाहवाही तों हो रही हैं परन्तु क्या यह माना जा सकता हैं की सिर्फ वाहवाही वाले खबर कों मार्केट में दौड़ाया जा रहा हैं हर कमी कों सभी के द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा हैं या सिर्फ चापलूसी मात्र से अपना काम साधने में सभी लगे हुए हैं।


आपकी जानकारी के लिए बता दें की कलेक्ट्रेट एवं नगर निगम कार्यालय का हाल एक ही सामान हैं अंबिकापुर नगर निगम के अधिकारीयों कों भी सिर्फ अपने रसूख बघारने से ही फुर्सत नहीं हैं यहाँ के अफसर सिर्फ अपने एयर कंडीशन रूम में बैठ कर अपना माहौल बनाते एवं अपने से निचले स्तर के अधिकारी कर्मचारी पर अपना अधिकारी पना झाड़ते दिख जायेंगे परन्तु शहर की सुध इन्हे तनिक भी नहीं हैं जिस अफसर कों अपने कार्यालय से महज एक किलोमीटर के रेंज में प्रतिदिन शहर की बत्तर स्थिति कों झांकने एवं उससे निजात दिलाने की फुर्सत ना मिले उस अफसर से शहर की जनता क्या ही उम्मीद कर सकती हैं।

बता दें की राजनीतिक दबाव के कारण नगर निगम अंबिकापुर में कई आयुक्त  नए आए कई गए परन्तु निगम कार्यालय से चार कदम दुरी पर एवं उनके नाक के निचे स्थित ई-  सेवा केंद्र में इतने बड़े स्तर पर आम नागरिकों और कर्मचारियों के असुविधा से कुछ लेना देना ही नहीं रहा जहाँ करोड़ों की लागत से बने इस भवन में जम कर बंदर बाट हुआ हैं जो की जाँच का विषय बनता हैं.

बता से की शहर में अभी बरसात की शुरुवात ही हुई हैं जिसमे बरसात के सामने ई – सेवा केंद्र धारासाई होता नजर आ रहा हैं यहाँ पर कार्यरत कर्मचारी आम नागरिकों कों  प्रांगड़ में भरें लबालब पानी जो की भवन का फर्श कम तालाब ज्यादा नजर आ रही हैं जसके साथ ही भ्रस्टाचार की भेट चढ़े बिल्डिंग का फॉल सीलिंग बड़े आराम से कर्मचारियों एवं नागरिकों के ऊपर गिरने कों आतुर हैं परन्तु आम नागरिकों और कर्मचारियों का किस्मत जरुरत से ज्यादा अच्छा हैं इस लिए गिरता हुआ फॉल सीलिंग अभी तक उनके अगल बगल ही गिरा हैं ऊपर नहीं गिरा. बरसात का पानी ई सेवा केंद्र के अंदर बिना रोक टोक के हर तरफ से पहुंच रहा हैं जिसमे बिजली सप्लाई भी रहती हैं जिस हिसाब से अफसरों की लापरवाही हैं बरसते पानी में पुरे बिल्डिंग में करंट फैलने का भी बड़ा भय हैं.

कलेक्ट्रेट कैम्पस में मौजूद ई सेवा केन्द्र जो की कलेक्टर कार्यालय के एकदम सामने हैं और नगर निगम आयुक्त के कार्यालय से लगभग 200 मीटर की दुरी पर अभी तक इस मामले की अनदेखी जिस प्रकार की जा रही हैं उससे ऐसा प्रतीत होता हैं की अधिकारी कों किसी आ मनागरिक या किसी कर्मचारी के हादसे का शिकार होने का इंतजार हैं एकात घटना होते ही शायद अधिकारी जाग सके जिसके बाद तत्काल कार्यवाही करने से कुछ ज्यादा वाहवाही प्राप्त हो सके।

कई वर्षो से ई सेवा केंद्र में कार्यरत कर्मचारी नगर निगम आयुक्त कों शिकायत पत्र के माध्यम से यहाँ की असुविधा से अवगत करा रहे हैं परन्तु साहब तों साहब हैं कैसे जल्दी से मान जाए और अगर जल्दी ध्यान दें दिए तों फिर साहब कैसे खैर अब देखना यह हैं की कलेक्ट्रेट कैम्पस में स्थित ई सेवा केंद्र में असुविधाओं के अम्बार से निजात दिलाने की पहल कौन करता हैं क्या कलेक्टर खुद के घर में लगे खरपतवार कों उखाड़ फेकने निगम के अफसर कों बोलते हैं या फिर बड़े हादसे के इंतजार के बाद यहाँ की बदहाल स्थिति सुधर सकेगी।

ई सेवा केंद्र के जिला ई सेवा प्रबंधक किसी नेता से कम नहीं हैं उनके पैंट शर्ट का कृच एकदम खराब नहीं होना चाहिए उनके हाव भाव से ऐसा प्रतीत होता हैं की सरगुजा कलेक्टर से भी बड़ी पदवी उनकी ही हैं कई वर्षो से एक सेवा केंद्र में फर्जी तरीके से एक काउंटर चलवा रहे हैं जिसमे वह काउंटर जिसके नाम से संचालित हैं वाह साल दो साल में एक बार आ जाए तों बहुत बड़ी बात हैं जल्द ही इस खबर की पूरी जानकारी से भी आपको खबर के माध्यम से अवगत कराया जायेगा।