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कृषि विभाग के घूसखोर अधिकारी क़ो बचाने उप संचालक लगा रहे एड़ी चोटी का दम, घूसखोरी से प्राप्त रकम में बराबर का हिस्सा?

 

 

शुभांकुर पाण्डेय सरगुजा समय अंबिकापुर :– सरगुजा के कृषि विकास अधिकारी का प्रभार सम्हालने वाले विवादित अधिकारी विनायक पाण्डेय पर कार्यवाही करने की हिमाकत उप संचालक कृषि अम्बिकापुर पीताम्बर सिंह दीवान नहीं कर पा रहे हैं लागातार विनायक पाण्डेय के घूसखोरी वाले लिफाफे और गाड़ी के डिक्की में पैसा रखने का आदेश देने का वीडियो विभाग के लगभग – लगभग समस्त स्टॉफ के मोबाईल में पहुंच चूका हैं उम्मीद की जा सकती हैं की श्रीमान DDA महोदय भी इस वीडियो क़ो देख चुके होंगे परन्तु कार्यवाही करने की इनकी हिम्मत नहीं हो पा रही हिम्मत हो भी कैसे इनके कारनामें से ऐसा प्रतीत होता हैं की विवादित एवं घूसखोरी करने वाले अधिकारी से DDA महोदय क़ो जम कर रकम प्राप्त हो रहा हैं जिसके कारण ये कार्यवाही करने में विवस एवं लाचार होते नजर आ रहे हैं.

विशेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उप संचालक कृषि पीताम्बर सिंह दीवान क़ो इस घूसखोर अधिकारी से इतना प्रेम हैं की अपने पद का कितना अधिकार हैं यह तक भुला बैठे और सयुंक्त संचालक के अधिकार में आने वाले कार्य क़ो अपने घूसखोर क़ो बचाने के नाम पर आदेश जारी कर गजब का कारनामा कर डाला.

सूत्रों की माने तो विनायक पाण्डेय से प्रेम निभाने एवं उसके घूसखोरी वाले मामले में बचाव करने के लिए कृषि विकास अधिकारी के लिए DDA ने एक आदेश दिनांक 25.8.2023 को जारी करते हुए कृषक प्रशिक्षण विशेषज्ञ के रूप में कार्यालय प्रचार के कृषक प्रशिक्षण केंद्र अंबिकापुर के लिए आदेश कर दिया जो की सम्बंधित विभाग क़ो मिला 28.08.2023 क़ो यह आदेश जारी करने का अधिकार DDA क़ो नहीं हैं इसका अधिकार सयुंक्त संचालक के पास हैं जिसे DDA महोदय ने अपने खुद के कलम क़ो फसाते हुए घूसखोर अधिकारी का तबादला कर डाला आनन फानन महोदय क़ो बताया गया की जिस तबादला आदेश क़ो आपने निकाला हैं उसका अधिकार आपके पास नहीं हैं बल्कि उसका अधिकार सयुंक्त संचालक कृषि सरगुजा संभाग क़ो हैं तब जा कर DDA ने घूसखोर विनायक पाण्डेय के लिए पुनः एक आदेश निकाला जिसमे घूसखोर अधिकारी क़ो कृषि विकास अधिकारी अंबिकापुर,कार्यालय सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी अंबिकापुर में कार्य करने के लिए आदेश जारी कर दिया.

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जिस तरह से उपसंचालक कृषि विधायक पांडे को बचाने के लिए जुटे हुए हैं उसे यह प्रतीत होता है कि उनके द्वारा घूसखोरी एवं सरगुजा के व्यापारियों को जमकर डरा धमका कर सैंपल जांच के नाम पर अवैध उगाही का धंधा जमकर फल फूल रहा है विशेष सूत्रों से मेरी जानकारी के अनुसार विभाग में दादा एक रबर स्टैंप की तरह ही कार्य कर रहे हैं इन्हें संचालित एवं समझाइए देने का कार्य इनके चहेते पूर्व में कई मामलो में भ्रष्टाचार में लिप्त एक घोटाला करने में अनुभवी का सहयोग लिया जाता हैं.

 

विशेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी ke अनुसार उक्त अधिकारी विनायक पाण्डेय कलेक्टर के करीबी माने जाते हैं जिसके वजह से ये अपने कार्यलय से लेकर आला अफसरों तक क़ो अपने जेब में रखते हुए खाद बीज के दुकानदारों से जम कर उगाही करते हैं मिली जानकारी के अनुसार पैसा उगाही करने में ये आला अफसरों से लेकर रायपुर तक के लोगों क़ो मैनेज करने का हवाला भी बड़े दबंगई पूर्वक आसानी से दें देते हैं।