आगराः अधिकांश देखने को मिलता हैं की कलेक्टर अपने जिला मे अपना रुतबा बनाने एवं जिला मे अपनी तुत्ती बरकरार रखने के सारे प्रयास करते हैं जिससे लिए वे किसी भी हद तक चले ही जाते हैं ऐसा एक मामला नहीं हैं कई मामले सामने आप चुके हैं जिसमे कलेक्टर अपने कलेक्टरी के लिए किसी जिला मे पदस्त किये जाते हैं तो कई कलेक्टर अपने पद की गरिमा को समझ ही नहीं पाते बल्कि अपने आप को कलेक्टर नहीं भगवान समझने लगाते हैं.
ऐसा हम नहीं कह रहे खुद कई कलेक्टरों की ओछी हरकतों ने ऐसा शाबित कर दिया हैं फिर चाहे कोई भी राज्य के कलेक्टर हो अपनी हद और मर्यादा को बरकरार रखने मे वे सफल नहीं हो पाते.
आपकी जानकारी के लिए बता दे की उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जिले के जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी और खंड विकास अधिकारी अनिरुद्ध सिंह चौहान के बीच हाथापाई हो गई.
बीडीओ अधिकारी पर जिलाधिकारी के साथ मारपीट करने के प्रयास और गाली-गलौच करने के आरोप लगे हैं, बता दे की शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में शासन की प्राथमिक योजनाओं को लेकर बैठक चल रही थी. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह भी मौजूद थीं. इसके अलावा जिले के तमाम अधिकारी भी मौजूद थे
इस दौरान जिलाधिकारी सभी अफसरों से क्षेत्र की समस्या और विकास कार्यों के बारे में जानकारी ले रहे थे. साथ ही कार्यों को दुरुस्त करने अथवा कार्य मे तेजी लाने के संबंध में जरूरी निर्देश भी दे रहे थे. सभी अधिकारी बारी-बारी से अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के बारे में जानकारी दे रहे थे. इस बीच खंड विकास अधिकारी अनिरुद्ध सिंह चौहान की भी बारी आई. बीडीओ अनिरुद्ध सिंह चौहान ने अपने विकासखंड में किए गए कार्यों की जानकारी दी.
मिली जानकारी के अनुसार FIR में बताई गई बातों के अलावा यह भी कहा जा रहा है कि मीटिंग में डीएम ने पेपर वेट फेंका तो बीडीओ ने भी जूता चला दिया.
कलेक्टर के सवाल का उल्टा जवाब देने लगा अधिकारी आपको बता दे की कलेक्टर ने सवाल किया कि नगला कली उजरई रोड पर पानी भरने की समस्या क्यों नहीं खत्म हो पा रही है. वहां तालाब बनाने के लिए किस तरह की खुदाई की जा रही है, क्षेत्र के लोग परेशान हैं. इसपर उत्तेजित होते हुए बीडीओ ने कहा कि सारे काम मैं ही करूंगा क्या? और फिर अन्य सवालों का जवाब देने की जगह कलेक्टर से अभद्रता करने लगा .