
सरगुजा समय समाचार पत्र अंबिकापुर – सरगुजा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, सरगुजा पुलिस ने एक ऐसे अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाया है जिसे जिले सहित प्रदेश भर में अनसुलझा मान बैठे थे, अंबिकापुर की कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गर्दन पाठ पर कोतवाली पुलिस को एक अज्ञात का शव टुकड़ों में बंधा मिला था जिसमें से सीर गायब था, सरगुजा पुलिस मामले को सुलझाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही थी,
मगर टुकड़ों में मिले शव में से सिर गायब होने की वजह से अज्ञात मृतक की शिनाख्त करने में पुलिस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था,वही पुलिस मृतक की शिनाख्त करने विशेस टीम गठित कर आस पास के क्षेत्रों में पता तलास किया गया,जानकारी नही मिलने पर जिले सहित सरहदी राज्यो के जिलों में भी पता तलास करने पर भी पुलिस को असफलता मिली,,पुलिस ने इस मामले को लेकर 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की और शहरी क्षेत्रों सहित भीड़भाड़ वाले इलाको में पोस्टर चस्पा कर उक्त शव की शिनाख्त हेतु आम जन से अपील की थी,,
इसी बीच पुलिस के हाथ एक ऐसा सुराग लगा जो इस अनसुलझे और टुकड़ो में मिले बिना सिर के शव की गुत्थी को सीधे धागे की तरह खोलकर रख दिया,सरगुजा पुलिस कप्तान के द्वारा गठित विशेस टीम को लीड करने वाले एएसआई.भूपेश सिंह व टीम को सूचना मिली कि कोतवाली थाना क्षेत्र के जनपद पारा में रहने वाला व्यक्ति राजेश जायसवाल पिछले 3 से 4 माह से लापता है,और उक्त मामले में कोई गुमशुदगी रिपोर्ट भी दर्ज नही कराई गई है
इसी बीच पता चला कि गुमसुदा राजेश जायसवाल ऑटो रिक्शा चलता था,और उसकी शादी सुनीता जायसवाल नाम की महिला से 2007 में हुई थी,अक्सर दोनों के बीच विवाद होता रहता था,जिससे पुलिस को पूरा सके हुआ कि गर्दनपाठ पर मिले सिर कटा शव राजेश जायसवाल का होगा,
पुलिस डीएनए जांच रिपोर्ट और पुख्ता सबूत मिलने के बाद गुमसुदा राजेश जायसवाल की पत्नी सुनीता को हिरासत में लेकर पूछताछ सुरु की जिसमे सुनीता ने अपने और एक परिचित बैजनाथ के साथ अवैध संबंध के बारे में बताया जिसकी जानकारी उसके पति राजेश को लग चुकी थी,जिसकी वहज से दोनों पति पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था,इसी बीच 31-5-2021 की शाम दोनों पति पत्नी और के बीच जनपद पारा स्थित घर मे विवाद हो गया,इसी बीच महिला का प्रेमी बैजनाथ भी उनके घर पहुचा ओर राजेश के सिर पर रॉड से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया,जिसके बाद मृतक की पत्नी और प्रेमी ने मिलकर शव के टुकड़े कर दिया गया, दोनों के द्वारा शव के टुकड़ों को अलग-अलग प्लास्टिक में डाल बोरे में बांधकर स्कूटी में ले जाकर गर्दन पाठ पर फेंक दिया तथा उक्त व्यक्ति के सिर और पैर को पहचान ना हो सके यह सोच कर पैर को बौरीबांध तलाव में और सिरको शंकर घाट नदी में एक दिया गया,
, वही आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है,,अंततः पुलिस को 9 महीने बाद गर्दनपाठ पर हुए एसपी अमित तुकाराम कांबले ने कोऑर्डिनेटर सेंटर में प्रेसवार्ता कर मामले खुलासा किया गया,, वही सरगुजा एसपी ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने वाली विशेष टीम को 5 हजार रु. नगद इनाम देने की घोषणा भी की है