
उत्तर प्रदेश में सातवें व आखिरी फेज की 54 सीटों पर कल मंगलवार को वोटिंग समाप्त हो गई है. वही 7वें चरण में शाम 5 बजे तक 54.18% मतदान हुआ है. मतदान समाप्त होते ही देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म हो गये साथ ही साथ सरकार बनाने के लिए सभी पार्टियां जोड़ तोड़ करने में भी जुट गई है.
चुनाव समाप्त होने के बाद अब यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में किसकी सरकार बनने जा रही है यह तो 10 मार्च को मतगणना के बाद ही पता चलेगा लेकिन सभी पार्टियों के दिग्गज इन राज्यों में अपनी सरकार बनाने के लिए जी जान से लग गये है .
जानकारी के लिए बता दे की आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की सत्ता से बीजेपी को दूर रखने के लिए सपा को समर्थन देने का ऐलान किया है तो पंजाब में कांग्रेस खेमे की तरफ से आम आदमी पार्टी का सहयोग लेकर सरकार बनाने की आवाज उठी है.

इतना ही नहीं, कांग्रेस चुनाव नतीजे से पहले ही अपने उम्मीदवारों को खरीद-फरोख्त से बचाए रखने के लिए सुरक्षित ठिकाने की तलाश में पार्टियां जुट गई है.
पंजाब कांग्रेस से नाता तोड़कर अपनी पार्टी बनाकर बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर चुनाव के बाद की संभावनाओं पर बातचीत किया. वहीं, कांग्रेस पांच राज्यों के चुनाव नतीजे से पहले अपने उम्मीदवारों को राजस्थान में रखने की दिशा में विचार-विमर्श कर रही है. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने रविवार को पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ मंथन किया.
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव हुए हैं, पहले चरण की वोटिंग जहां पश्चिमी यूपी में 10 फरवरी को हुई थी वहीं 7 मार्च को सातवें और अंतिम चरण का मतदान पूर्वांचल के इलाके में हो रहा है. यूपी की सत्ता पर काबिज होने के लिए बीजेपी गठबंधन, सपा गठबंधन, बसपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला हुआ है. बीजेपी के साथ निषाद पार्टी और अपना दल (एस) हैं तो सपा के साथ आरएलडी, महान दल, सुभासपा, अपना दल (के) का गठबंधन है. ऐसे में सभी दल सूबे में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन इसी बीच सियासी जोड़तोड़ की कवायद भी शुरू हो गई है.
40 सीटों वाले गोवा में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है, लेकिन AAP, टीएमसी, एनसीपी, शिवसेना और एमजीपी ने जिस तरह से चुनाव लड़ा है, वैसे में गोवा के नतीजे चौंकाने वाले हो सकते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा सीटें जीती थी, लेकिन तब भी सरकार बीजेपी ने बना ली थी.