
रायपुर। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य को को काला झंडा दिखाने के विवाद में पूर्व मंत्री राजेश मूणत और पुलिस के बीच हुई झड़प का मामला पूरी तरह से गरमा गया है। शनिवार की रात से भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधानसभा थाने के सामने डेरा जमाते हुए पूर्व मंत्री के समर्थन पर एक टीआई गिरीश तिवारी को निलंबित करने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए हैं। इसको लेकर पुलिस से झड़प हुई
पूर्व मंत्री मूणत के समर्थन में भाजपा के वरिष्ठ मंत्री और कार्यकर्ता के साथ पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह शनिवार की रात अधिकारियों से चर्चा के लिए पहुंचे थे। रविवार को भी पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के साथ भाजपा के कई दिग्गज नेता विधानसभा थाने में दोपहर 12 बजे के बाद जमा हुए। पूर्व मंत्री का आरोप है काला झंडा दिखाने के समय कांग्रेसियों को रोकने के बजाय टीआई और पुलिस टीम ने उन पर हमला किया। एक कार्यकर्ता को हिरासत में लेकर उनसे मारपीट की कोशिश की। जब इस घटना का विरोध करने उतरे पुलिस ने बंधक बना लिया और विधानसभा थाना ले जाकर मारपीट की।
पुलिस अधिकारियों का कहना है नेताओं के साथ मारपीट के कोई प्रमाण नहीं है। आरोप लगाए जाने पर आवेदन लिया गया है जिस पर आगे जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इधर पुलिस में कमी से अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया था। कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की इस वजह से उन्हें थाना रवाना किया गया। डा. रमन सिंह ने कहा पुलिस की ज्यादती का विरोध किया जाएगा।