
बालोद – बालोद जिला के गुरुर विकासखंड में वन विभाग का एक बड़ा कारनामा सामने आया है जिसमे अक्सर देखने या सुनने वाले बातों के ठीक विपरीत कहानी सामने आ रही है मिली जानकारी के अनुसार गुरुर विकासखंड के अंतर्गत कोचवाही सर्किल में आने वाले मरकाटोला में निजी जमीन पर वन विभाग के द्वारा अवैध कब्जा कर वन रक्षक निवास बना दिया गया है।
वन विभाग के इस तरह से निजी भूमि पर कब्जा करने से परेशान भू स्वामी इंसाफ के लिए विभाग के कई चक्कर लगा लिया यह तक की डीएफओ तक शिकायत कर चुका है लेकिन इस मामले में कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अंत में प्रभावित किसान ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है।
ग्राम मरकाटोला के कृषक मन्नाम राणा ने वन विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उनकी पैतृक पर वन रक्षक भवन बना दिया गया है। जिसका खसरा नम्बर 397/1 व 2 में वन विभाग कब्जा कर उपयोग कर रहा है।
मन्नाम राणा ने बताया कि वर्ष 2019 में पूर्व वनमंडलाधिकारी के पास सभी दस्तावेज प्रस्तुत कर भूमि दिलाने की मांग की थी, लेकिन दो वर्ष तक वनमंडलाधिकारी कार्यालय के चक्कर लगाने के बाद भी जमीन वापस नहीं मिली है।
सूचना के अधिकार के तहत पूरी जानकारी मांगी गई लेकिन विभाग ने जानकारी नहीं दी। मरकाटोला के गामीण एवं फारेस्ट विभाग के अधिकारी के समक्ष राजस्व निरीक्षक व पटवारी द्वारा सीमांकन भी कराया गया है, जिसमे मन्नाम राणा के पक्ष में भूस्वामी होना प्रमाणित किया गया है।
फिर भी वन विभाग के अधिकारी जमीन को छोड़ने तैयार नहीं है। इससे आहत होकर कलेक्टर, तहसीलदार, वनमंत्री, मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से शिकायत की गई है।
सौंपे गए आवेदन पत्र में उन्होंने तत्काल अपनी जमीन को वापस दिलाने की मांग की है। प्रभावित किसान ने अनुसूचित जनजाति आयोग में भी शिकायत कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की है।